नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के 28 बुजुर्ग ग्रामीणों का निःशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन कराकर आँखो की रोशनी लौटाई।

बालाघाट पुलिस की पहल “एकल सुविधा केंद्र” के माध्यम से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के 28 बुजुर्ग ग्रामीणों का निःशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन कराकर आँखो की रोशनी लौटाई।
ग्राम मांडवा में एकल सुविधा केन्द्र अंतर्गत एक विशाल निःशुल्क स्वास्थ्य एवं जन सुनवाई शिविर का आयोजन किया गया यह शिविर पुलिस-प्रशासन, आश्रित फाउंडेशन असाटी दवाखाना मोहगांव, प्योरिटी सर्विसेस जैन हॉस्पिटल बालाघाट एवं देवजी नेत्रालय जबलपुर के संयुक्त तत्वाधान में सम्पन्न हुआ इस शिविर में ग्राम लातरी, मंडवा, नवही, डोंगरिया, लहंगाकन्हार, पाथरी, जगला, लालपुर के उपस्थित बुजुर्ग ग्रामीणों की आंखों की जांच की गई, जिनमें से 10 गंभीर रूप से पीड़ित मरीजो को जबलपुर भेजा गया, जहां दादा वीरेंद्र पुरी जी नेत्र संस्थान जबलपुर में मोतियाबिंद का सफल ऑपरेशन किया गया, जिन्हें आज मोतियाबिंद के सफल ऑपरेशन के बाद स्वस्थ अवस्था में ग्राम मांडवा वापस लाया गया
मांडवा में आयोजित “एकल सुविधा केन्द्र” के माध्यम से 10 ग्रामीणों का दादा वीरेंद्र पुरी जी नेत्र संस्थान जबलपुर में कराया गया निःशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन ।
जबलपुर से मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराकर वापस आये मरीजों एवं उनके परिजनों ने ग्रामीण अंचलो से निकालकर जबलपुर जैसे बड़े शहर में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराकर आँखो की रोशनी लौटाने पर “एकल सुविधा केन्द्र” एवं बालाघाट पुलिस का आभार व्यक्त किया है।
एकल सुविधा केन्द्र जिले के दूरस्थ वनांचल में 46 पुलिस कैम्पों पर संचालित है। जिसके माध्यम से इन क्षेत्रो में शासन की कल्याणकारी योजनाओं को ग्रामीणों तक पहुँचाने के साथ-साथ उनके वनाधिकार पट्टा के आवेदन, जाति प्रमाण पत्र, आधारकार्ड एवं अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बनवाने का कार्य किया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त आयोजित स्वास्थ्य शिविरों में इलाज के साथ-साथ निःशुल्क दवाईयाँ ग्रामीणों को उपलब्ध करायी जाती है। एकल सुविधा केन्द्र के माध्यम से आयोजित रोजगार मेलों में नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवाओं को आधुनिकता से जोडने हेतु रोजगार प्रदान करने का भी कार्य किया जा रहा है।