राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने बैहर में महा आरोग्य शिविर का किया शुभारंभ
बच्चो के विवाह से पहले कुण्डली नही सिकलसेल कार्ड का मिलान करें - राज्यपाल श्री पटेल
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने बिहार में महा आरोग्य शिविर का शुभारंभ किया
बच्चों के विवाह से पहले कुंडली नहीं सिकलसेल कार्ड का मिलान करें – राज्यपाल श्री पटेल
जनजातीय समुदाय में अनुवांशिक सिकलसेल बीमारी पंचायत में पाई जाती है। इस बीमारी से बचने के लिए बच्चों की शादी से पहले जिस तरह की कुंडली मिलाई जाती है उसी तरह बच्चों के सिकलसेल कार्ड का करना होता है कुंडली। अगर लड़का-लड़की अकेले सिकलसेल के वाहक हैं तो उनकी तयशुदा शादी में नहीं। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने 21 अगस्त को बालाघाट जिले के जनजातीय क्षेत्र के एकल विद्यालय परिसर बहार में महा आरोग्य शिविर के उद्घाटन अवसर पर उपस्थित जन समुदाय को उजागर कर रहे थे।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश शासन के जनजातीय कार्य विभाग मंत्री डॉ. कुँवर विजय शाह, उपाध्यक्ष श्री गौरव पारधी, श्री राजकुमार कर्राहे, पूर्व मंत्री श्री रामकिशोर कावरे, उपाध्यक्ष श्री मृणाल मीना, उपाध्यक्ष श्री आदित्य मिश्रा, पूर्व नेता श्री भगतसिंह नेताम, जिला पंचायत श्री सम्राट सिंह सरसवार, जिला पंचायत के मुख्यपालन पदाधिकारी श्री अभिषेक सराफ, उपाध्यक्ष श्री नारियल पारधी, नगर पालिका बालाघाट की अध्यक्ष मिठाइयाँ ठाकुर, नगर परिषद् बहार की अध्यक्ष मि. मेरावी, अन्य जन प्रतिनिधि, डेमोक्रेटिक नागरिक, अन्य स्थानों के अधिकारी और बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कार्यक्रम में उपस्थित जन समुदाय को बयान देते हुए कहा कि बिहार जैसे स्थान पर गोवा शिविर का आयोजन एक यात्रा प्रयास है। इसका लाभ इस क्षेत्र की युवा जनता को मिलेगा। मतदाता एवं अधिकारियों को जनता के बीच द्विपक्षीय शासन की मंजूरी का लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचाना। केंद्र और प्रदेश की सरकार समाज के हर वर्ग की बेहतरी और कल्याण के लिए योजना बना रही है। आयुष्मान कार्ड पर 05 लाख तक का इलाज मुफ्त में किया जा रहा है।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्व-व्यावसायिक रोजगार के माध्यम से रोजगार मूलक की पहल से जोड़ा जा रहा है। इससे गरीब महिला लखपति बन रही है। बीआईपीएस की महिलाओं को डूबते दमिश्क के नाम से नई पहचान मिल रही है। उज्ज्वला योजना में गरीब परिवार की महिला को नि:शुल्क गैस कनेक्शन दिया जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकार गरीब लोगों को पक्का मकान दे रही है। स्वच्छता अभियान में हर गरीब के घर पक्के शौचालय बनाये जा रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकार की मंजूरी से गरीबों का जीवन संवर रहा है।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि मध्य प्रदेश में विशेष रूप से भोजपुरी जन जाति बाघा, भारिया और सहरिया निवास करते हैं। इन सीरियलों के विकास के लिए जनमन योजना लागू की गई है। इस योजना में केंद्र सरकार द्वारा 24 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इस योजना में 09 विभागों के कैरेट को शामिल किया गया है। इसी प्रकार जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र के विकास के लिए धरती आबा ग्राम उत्थान योजना लागू की गई है। इस योजना में 80 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। इस योजना में केंद्र सरकार द्वारा 70 प्रतिशत और राज्य सरकार द्वारा 30 प्रतिशत राशि दी जा रही है। इस योजना में 18 नावों के नावों को शामिल किया गया है।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि सिकलसेल की बीमारी से 95 फीसदी युवा समुदाय प्रभावित है। केंद्र सरकार ने वर्ष 2047 तक इस बीमारी के लिए उपभोक्ता संरक्षण का लक्ष्य रखा है। 2047 में कोई भी बच्चा सिकलसेल से बीमार पैदा नहीं हुआ, इस लक्ष्य को लेकर केंद्र सरकार ने इस बीमारी के इलाज के लिए 15 करोड़ हजार रुपये का प्रस्ताव रखा है। बालाघाट जिले में 5426 लोगों की पहचान के लिए 04 लाख 36 हजार 818 लोगों की जांच की गई है, जिसमें 5426 व्यक्तिगत सिकलसेल वाहक और 1782 सिकलसेल की पहचान के बारे में बताया गया है। यह एक संस्थागत बीमारी है और माता-पिता से लेकर बच्चे तक शामिल हैं। अगर कोई लड़का-लड़की अकेले सिकलसेल के वाहक हैं तो उनकी शादी में कदापि न करें। यदि कोई बच्चा सिकलसेल से संक्रमित है तो उपचार की सुविधा है। भोपाल एवं इंदौर में ऐसे बच्चों का इलाज चल रहा है। अगर हम बच्चों को सिकलसेल से बाहर निकलने का काम करते हैं तो यह बहुत बड़ी सजा होती है। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि इस वनांचल क्षेत्र में औषधि निर्माण की फैक्ट्री से लेकर वे भी शासन स्तर पर प्रयास करेंगे।
शिष्या भारती पारधी ने इस अवसर पर अपनी प्रार्थना में कहा कि बिहार जैसे स्थान पर महाआरोग्य शिविर का आयोजन हो रहा है, हम सबके लिए सौभाग्य की बात है। स्वास्थ्य शिविर बड़े शहरों में स्थित है। मेरा प्रयास था कि वनांचल क्षेत्र में जनजातीय जनता की सेवा के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाया जाए, उनका यह प्रयास सफल हो रहा है। इस शिविर में सिकलसेल के साथ ही लक्ष्य, रक्त जांच, आंखों की जांच, बच्चों को पोषण किट वितरण और अन्य सभी सुरक्षा जांच की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। रावतें ने कहा कि पूर्व मंत्री श्री रामकिशोर कावरे ने वनांचल क्षेत्र में वनौषधियों की खोज एवं संरक्षण के लिए प्रयास किया था, अब हमारा प्रयास है कि इस क्षेत्र में आयुर्वेदिक औषधियों से औषधि निर्माण का कारखाना स्थापित किया जाए।
कार्यक्रम में राज्यपाल श्री पटेल ने सिकलसेल से पीड़ित बिहार की लड़की गौरी विश्राम को निजीकरण प्रमाण पत्र, वनाधिकार अधिनियम के रिकार्ड घुर्सीबहरा एवं मुरैंडा के हितग्राहियों को साइकलिस्टरी के हीरालाल, बिसनलाल एवं फुलचंद को व्यक्तिगत वन लीज प्रदान की। 34 महिला उद्यमियों को 1.06 करोड़ रूपये की राशि का चेक प्रदान किया गया। कार्यक्रम में सामाजिक न्याय विभाग की ओर से 2 हितग्राहियों को वृद्धावस्था पेंशन एवं कृषि विभाग की ओर से 02 हितग्राहियों को वित्तीय बीमा दावा राशि एवं कृषि यंत्र की अनुदान राशि प्रदान की गई।
बिहार में आयोजित महारोग्य शिविर में आयुष विभाग द्वारा आयुष चिकित्सकों के उपचार के लिए स्टॉल लगाए गए। शिविर में समाज कल्याण विभाग द्वारा 280 वृद्धजनों को व्हील चेयर, कान की मशीन, छड़ी, कमोड चेयर एवं अन्य सहायक उपकरण उपलब्ध कराये गये। गवर्नर श्री पटेल ने बुजुर्गों के सहायक उपकरणों की प्रदर्शनी का वितरण किया। गवर्नर श्री पटेल के आगमन पर पारंपरिक बागा नृत्य से उनका स्वागत किया गया।