सरकार से नाराज सहकारी कर्मचारी महासंघ, प्रदेश अध्यक्ष बी एस चौहान के नेतृत्व में बालाघाट मुख्यालय में एक बड़ी रैली का आयोजन कर 126 समिति के साथ अपनी आवाज किया बुलंद

सरकार से नाराज सहकारी कर्मचारी महासंघ, प्रदेश अध्यक्ष बी एस चौहान के नेतृत्व में बालाघाट मुख्यालय में एक बड़ी रैली का आयोजन कर 126 समिति के साथ अपनी आवाज किया बुलंद
प्रदेश अध्यक्ष चौहान के आगमन पर 126 विरोध प्रदर्शन कर विशाल भव्य रैली निकाली
अनिश्चित कालीन कलम बंद हड़ताल पर सहकारी समिति संघ
प्रदेश के 55 हजार सहकारिता कर्मचारी अपने लंबित मांगों के लिए सड़क पर
सहकारी समिति के अधिकारी कर्मचारी हड़ताल पर समितियों के गेट में लटके ताले
बालाघाट में प्रदेश कार्यकारिणी के अगुवाई में सहकारी समिति के अधिकारी कर्मचारी 126 समिति में ताला लगाकर बालाघाट जनपद पंचायत के सामने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं जिससे किसान भाइयों के सारे काम काज बंद होने पर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं
सहकारी साख समिति के 126 समिति के अधिकारी कर्मचारी अपने लंबित मांगों के निराकरण मांग पूरी ना होने पर 15 सितंबर को प्रदेश अध्यक्ष बी एस चौहान की अगुवाई में बड़ी जन आक्रोश रैली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया,मध्य प्रदेश के बालाघाट में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर बालाघाट जिले के 126 साख समिति अपने संघ के प्रदेश अध्यक्ष बी एस चौहान के नेतृत्व में भारी संख्या में बालाघाट जय स्तंभ चौक से काली पुतली चौक पहुंचे जहां जिला सहकारी बैंक के सीईओ पी जोशी को अपने लंबित मांगों को लेकर , सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ प्रदेश अध्यक्ष बी एस चौहान बालाघाट जिला अध्यक्ष पीसी चौहान, सहित सहकारी समिति संघ के प्रमुख द्वारा ज्ञापन सौंपा गया
प्रदेश सरकार की वादा खिलाफी से नाराज प्रदेश के मध्यप्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय आह्वान पर बालाघाट जिले की विभिन्न सेवा सहकारी समितियों में पदस्थ सहकारिता कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न लंबित मांगों और स्थानीय समस्याओं के निराकरण को लेकर जिला मुख्यालय बालाघाट में सोमवार से धरना प्रदर्शन शुरू किया , वही मध्य प्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ जिला अध्यक्ष पीसी चौहान ने बताया कि विगत कई वर्षों से अपनी विभिन्न समस्याओं के निराकरण की मांग की जा रही है । किंतु आज तक किसी प्रकार की समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। उन्होंने आगे बताया कि प्रदेश सरकार और सहकारिता विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों की समस्याओं को दूर करने को लेकर हमेशा सिर्फ कोरे आश्वासन ही दिए गए है लेकिन अभी तक कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया है। अभी भी 60 प्रतिशत पदों पर सहकारिता कर्मचारियों की भर्ती नहीं हो पाई है, जिसके कारण कर्मचारियों में रोष है। सहकारिता कर्मचारियों ने अपनी समस्याओं को प्रशासन से शीघ्र अति शीघ्र दूर करने की मांग की है
उन्होंने ये भी बताया कि आज 15 सितंबर को प्रदेश अध्यक्ष बी एस चौहान के नेतृत्व में बालाघाट मुख्यालय में एक बड़ी रैली का आयोजन किया गया एवं अपनी आवाज बुलंद कर जय स्तंभ चौक से काली पुतली चौक पहुंचे जहां जिला सहकारी समिति बैंक मर्यादित के प्रधान कार्यालय में पहुंचकर जिला मुख्य कार्यपालन अधिकारी पी जोशी जी के साथ हमारे संघ के प्रदेश अध्यक्ष बी एस चौहान सहित मुख्य पदाधिकारियों ने विशेष चर्चा किया एवं ज्ञापन सौंपा जहां सीईओ पी जोशी जी ने जल्द ही आपके ज्ञापन को उच्च अधिकारी तक पहुंचाने का आश्वाशन दिया
प्रदेश के 55 हजार सहकारिता कर्मचारी अपने लंबित मांगों के लिए सड़क पर
सहकारी समिति के अधिकारी कर्मचारी हड़ताल पर समितियों के गेट में लटके ताले
मध्यप्रदेश की बहुतद्देशीय प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों (पैक्स) में कार्यरत लगभग 55 हजार सहकारिता कर्मचारी सितंबर से हड़ताल पर है। सहकारी (पैक्स) समितियों के माध्यम से बैंकिंग लेनदेन, कृषि ऋण वितरण, खाद, राशन, वितरण एवं समय-समय पर शासन द्वारा निर्देशित योजनाओं व कार्यों का संचालन किया जाता है।
ज्ञात हो कि सहकारी समितियां सरकार और जनता के बीच एक सेतु की तरह कार्य करती हैं, विगत कई वर्षों से प्रदेश की विभिन्न सेवा सहकारी समितियां में कार्यरत सहकारिता कर्मचारी कम वेतन और सीमित अधिकारों के साथ कार्य कर रहे हैं समय-समय पर इन कर्मचारियों ने प्रदेश में धरना प्रदर्शन ,आंदोलन ,हडताल का सहारा लेना पड़ा
आपको बता दें कि सहकारी समिति के कर्मचारी भी अन्य विभागों की तरह केंद्र व राज्य शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं का क्रियान्वयन करते हैं समय-समय पर शासन प्रशासन के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए अपना कर्तव्य निभाते हैं किंतु सहकारिता कर्मचारी पेंशन, अनुकंपा, सम्मानजनक वेतन आदि से वंचित हैं। प्रदेश सरकार द्वारा कई बार बड़े बड़े दावे और आश्वासन जरूर दिए गए ,किंतु सहकारिता कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण आज भी नहीं किया गया है, जिसके कारण सहकारिता कर्मचारी अपने कार्य में जूझ रहे हैं
सहकारी समिति के अधिकारी कर्मचारी ने विरोध प्रदर्शन करते हुए अपना अधिकार मांगने के साथ नारे भी लगाए,, की ,,हम तो अपना अधिकार मांगते, नहीं किसी से भीख मांगते…अभी तो यह अंगडाई है. आगे और लड़ाई है,, शासन तेरी तानाशाही ,,नहीं चलेगी, नहीं चलेगी. जैसे नारों के साथ विरोध प्रदर्शन किया
सहकारी समिति ने कोरोना काल जैसी विपरीत परिस्थितियों में सहकारिता कर्मचारियों ने अपनी जान जोखिम राशन वितरण व अन्य कार्य किया, कोरोना काल में कई सहकारिता कर्मचारियों की असमंजस तरीके से मृत्यृ होने पर भी सहकारी समिति के अधिकारी कर्मचारी एकजुट होकर कठिन परिस्थितियों में डटकर सामना किया
सहकारी समिति संघ का कहना हैं कि हमारी तीन सूत्रीय और लचित मांगों का जब तक प्रदेश सरकार द्वारा निराकरण नहीं किया अनिश्चितकालीन कलम बंद हड़ताल जारी रहेगी। ज्ञात हो कि पूर्व में सहकारिता कर्मचारियों को प्रमोशन दिए जाने के आदेश तुरंत जारी किया जाय लेकिन अभी तक सहकारिता कर्मचारियों को इसका लाभ नहीं मिला है।
पूर्व में भी प्रदेश के कई जिलों में प्रमोशन को लेकर निवेदन की प्रकिया जरूर किया गया किंतु भी समितियों का हाल जस के तस है
महासंघ की प्रमुख मांगे
जिले में 50 प्रतिशत संस्था कर्मचारियों का प्रबंधक पद पर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित में आदेशों के पश्चात कोई पदोन्नति का आदेश जारी नहीं किया गया
सहकारिता कर्मचारियों को नहीं मिला प्रमोशन का लाभ, कई कर्मचारी मापदंड से हुए बाहर : पी.सी. चौहान जिला अध्यक्ष, बालाघाट
हड़ताल का असर – समितियों में लटके ताले
तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के वादे, अब तक नहीं हुए पूरे : दीनू परिहार प्रदेश प्रतिनिधि
बालाघाट में धरना स्थल पर बैठे और सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे प्रदेश प्रतिनिधि दिनू परिहार ने कहा कि तरकालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा गोपाल में महापंचायत का आयोजन किया गया था जिसमें तमाम तरह के वादे और घोषणाएं की , लेकिन अभी भी उन वादों और घोषणाओं को शासन प्रशासन द्वारा लागू नहीं किया गया और इस कारण आज भी सहकारिता कर्मचारी उस इंतजार में है कि प्रदेश सरकार कब उनकी लंबित मागे का निराकरण पूर्ण करेगी