राज्यस्तरीय शिक्षक पुरस्कार: समर्पित प्रयासों को मिला सम्मान बालाघाट के शिक्षक सौरभ कुमार शर्मा को किया गया सम्मानित

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की पहल पर शासकीय अस्पताल में उपचार के दौरान या अन्य किसी कारण से मृत व्यक्ति के शव को सम्मान के साथ उसके घर तक पहुंचाने के लिए निःशुल्क शव वाहन की सुविधा 01 अगस्त 2025 से उपलब्ध कराई गई है। इसके अंतर्गत जिला चिकित्सालय बालाघाट को 01 शव वाहन उपलब्ध कराया गया है। इस शव वाहन ने अब तक 30 शवों को उनके गंतव्य तक निःशुल्क पहुंचा कर पीड़ित परिवारों की मदद की है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ परेश उपलप एवं सिविल सर्जन डॉ निलय जैन द्वारा 01 अगस्त 2025 को जिला चिकित्सालय बालाघाट में शव वाहन सेवा का शुभारंभ किया गया है। जिससे अस्पताल में उपचार के दौरान मृत शरीर को परिवार जन सम्मान के साथ अपने घर ले जा सकते हैं। संजीवनी 108 जिला प्रबंधक शुभम लिल्हारे ने बताया कि निःशुल्क शव वाहन से अगस्त माह में 24 व चालू सितम्बर में अब तक 06 इस प्रकार कुल 30 शवों को निःशुल्क उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया है। जिसमें बैहर, वारासिवनी, किरनापुर, लालबर्रा, लामता, परसवाड़ा, लांजी, कंटगी एवं बालाघाट ब्लॉक के ग्राम शामिल हैं। निःशुल्क शव वाहन की सेवा प्राप्त करने के लिए निःशुल्क नम्बर 108 या 1080 पर काल कर प्राप्त की जा सकतीं है।
अभी 01 शव वाहन बालाघाट जिले को प्राप्त हुआ है, भविष्य में इसकी संख्या 02 की जायेगी । इस योजना में जिले की शासकीय संस्था में रोगी अथवा दुर्घटना पीड़ित की उपचार के दौरान मृत्यु होने पर मृतक को उसके निवास स्थल/शमशान घाट तक निःशुल्क परिवहन सुविधा उपलब्ध होगी। शासन के प्राप्त निर्देशानुसार शव वाहन का संचालन जिले की सीमा के अंदर किया जाएगा। विभाग द्वारा शव वाहन का संचालन राज्य शासन द्वारा संचालित शासकीय चिकित्सा संस्थानो में हुई मृत्यु के प्रकरणों में उपयोग किया जाएगा। निजी चिकित्सालय, निवास स्थल एवं अन्यत्र किसी भी स्थान में हुई मृत्यु के प्रकरण में शव वाहन उपलब्ध करायें जाने की पात्रता नहीं होगी।
शिक्षक दिवस पर गुरुजनों का हुआ अनूठा सम्मान वयोवृद्ध एवं अस्वस्थ गुरुजनों का उनके निज निवास जाकर किया गया सम्मान
अद्भुत एवं अनूठे सम्मान से भावुक हुए गुरुजन, खुशी से आंखें भी नम हुई
आजकल वैसे तो शिक्षक दिवस हर स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में मनाया जाता है या कहीं कहीं अलग स्थानों में भी मनाया जाने लगा है। परन्तु उकवा की सामाजिक संस्था सर्वधर्म सेवा समिति उकवा के सदस्यों ने इस बार कुछ अलग ही अंदाज में शिक्षक दिवस के पर्व को मना कर सबका दिल जीत लिया। समिति के सदस्यों ने वयोवृद्ध एवं बीमार शिक्षकों के घर जाकर शिक्षक दिवस पर उनका सम्मान किया। इस अनूठे सम्मान से शिक्षक भी भावुक हो गए और खुशी से उनकी आंखें भी नम हो गई।
शिक्षक दिवस अपने गुरु के प्रति अपने कृतज्ञता व्यक्त करने का वह पर्व जब उनके छात्र साल भर जो गुरु उन्हें विद्या प्रदान करते है,उनके प्रति अपने स्नेह को प्रकट करते हुए, उनका आभार व्यक्त कर उनका सम्मान करते है। बहुत सारे गुरुजन ऐसे है,जो आज उम्र के 80 या 90 वर्ष पूर्ण कर चुके हैं और इस चमकीली दुनिया की चमक में कही खो गये हैं । उनके पढ़ाए छात्र भी अपनी जीवन चर्या में व्यस्त होकर अपने उन गुरुजनों को स्मरण नहीं कर पाते और शिक्षक दिवस पर वो शिक्षक जिन्होंने अपनी मेहनत से कई बड़े अधिकारी, शिक्षक और राजनेता व्यापारी पैदा किए ,वो सही सम्मान नहीं पा पाते। ऐसे तमाम उम्र दराज गुरुजन जो 70 वर्ष या उससे अधिक की आयु पूर्ण कर चुके है, ग्राम उकवा की सामाजिक संस्था सर्व धर्म सेवा समिति के सदस्य उनके निज निवास, उनके गृह ग्राम में घर घर जा कर उनके निवास पर उनके चरण धोकर उनकी आरती उतार कर उनका शाल श्रीफल से सम्मान कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। उम्र के इस पड़ाव में इतना सम्मान पा कर बहुत सारे गुरुजन बहुत भावुक होकर युवाओ को दिल से अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
इस वर्ष भी सामाजिक कार्यकर्ता जेम्स बारीक के नेतृत्व में समिति के सक्रिय सदस्य नरेश बघेल, अखिल घरडे, नितिन कुमार, संतोष सोनी, सचिन पदमें, राहुल मेश्राम, राकेश सरपा, संदीप गजभिए, सर्वेश नागवंशी, प्रमोद मरकाम आदि सदस्यों द्वारा ग्राम गुदमा के 83 वर्षीय रोकड़े सर, ग्राम सोनपुरी के बिसेन सर 70 वर्ष, राहंगडाले सर, एफ एस घुले 87 वर्ष, येरपुडे सर, ग्राम पोंडी के डीएस ठाकरे सर, ग्राम उकवा के उजागवांकर मैडम, मार्को मैडम, धुर्वे सर, मर्सकोले सर, आदि वयोवृद्ध गुरुजनों का अनेक ग्रामों में घर घर जाकर शाल श्रीफल से सम्मान किया, जो अपने आप में बहुत ही अनूठा आयोजन था जिसने भी इसे सुना खूब सराहना की
राज्यस्तरीय शिक्षक पुरस्कार: समर्पित प्रयासों को मिला सम्मान बालाघाट के शिक्षक सौरभ कुमार शर्मा को किया गया सम्मानित
शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान और समर्पित सेवा के लिए श्री सौरभ कुमार शर्मा को राज्यस्तरीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। श्री शर्मा उच्च माध्यमिक शिक्षक (भूगोल) हैं और शासकीय मॉडल स्कूल बिरसा में कार्यरत हैं। शिक्षा क्षेत्र में उनके योगदान को राज्य स्तर पर मान्यता प्राप्त हुई है और उनके मार्गदर्शन में विद्यार्थी एवं शिक्षक साथियों ने लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
इस अवसर पर श्री शर्मा ने कहा कि यह सम्मान केवल उनके लिए नहीं, बल्कि उनके विद्यार्थियों,संस्था के हितार्थ कार्य करने वाले प्रत्येक व्यक्ति और उन समर्पित शिक्षकों के लिए है, जो उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत हैं। उन्होंने यह उपलब्धि अपने समर्पित विद्यार्थियों और सहकर्मी शिक्षकों को समर्पित की। उन्होंने विशेष रूप से यह भी कहा कि यह सम्मान उन्हें जिला शिक्षा अधिकारी महोदय द्वारा समयांतराल में दिए गए मार्गदर्शन और ADPC महोदय श्री राजेंद्र श्रीवास्तव के निर्देशों से मिली प्रेरणा के कारण प्राप्त हो सका।
श्री सौरभ कुमार शर्मा को यह सम्मान शिक्षक दिवस 2025 के अवसर पर आर.सी.व्ही.पी. नरोन्हा अकादमी, भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में प्रदान किया गया। यह पुरस्कार म.प्र. के माननीय राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के हाथों उन्हें सम्मानित करते हुए प्रदान किया गया |