मप्र में 13 दिन से लापता हुई एक युवती को आखिर पुलिस ने उप्र से बरामद किया
अर्चना तिवारी नाम की इस चर्चित युवती को ढूंढने के लिए 60 से 70 पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों ने दिन रात एक कर दिया,, इसके लिए पुलिस ने लगभग सैकड़ों सीसीटीवी देख डाले,, तब जाकर अर्चना तिवारी सही सलामत उप्र के नेपाल बॉर्डर के पास लखीमपुर खीरी से बरामद हुई,, पुलिस ने अर्चना तिवारी के लापता होने और उसके बरामद होने की आज विस्तृत जानकारी मीडिया को दी,, जिसमे कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हे,, रेल एसपी भोपाल राहुल लोढ़ा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि कटनी के रहने वाली युवती अर्चना तिवारी इंदौर में रहकर वकालत की प्रैक्टिस करते हुए सिविल जज की तैयारी कर रही थी,, 7 अगस्त को अर्चना तिवारी रक्षाबंधन मनाने के लिए इंदौर ट्रेन से एसी कोच में अपने घर कटनी के लिए निकली,, इसी दौरान भोपाल और नर्मदापुरम के बीच चलती ट्रेन से अर्चना लापता हो गई,, अर्चना की सीट पर उसका सिर्फ बैग था, अर्चना लापता थी,, अर्चना एक राजनीतिक दल से भी जुडी हुई थी,, मामले में परिजनों ने जीआरपी को रिपोर्ट की,, चूंकि मामला एक युवती के चलती ट्रेन से लापता होने का था,, और एक लॉ स्टूडेंट एवं राजनीतिक दल से जुड़ी होने का भी था, इसलिए पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए उसे ढूंढना शुरू किया,, जैसे जैसे दिन बीत रहे थे, अनहोनी की आशंका गहराती जा रही थी,, उस बीच पुलिस की कई टीम बनाई गई,, भोपाल से लेकर नर्मदापुरम तक स्टेशनों के लगभग 600 से ज्यादा सीसीटीवी खोजे गए,, पूरे रेल ट्रैक पर खोजबीन की गई,, कई गोताखोर नर्मदा नदी में भी उतारे गए,, मगर अर्चना का कही कोई पता नहीं चला,,
राहुल लोढ़ा, एसपी रेल, भोपाल
अर्चना को खोजने के लिए पुलिस पर दबाव बढ़ता जा रहा था,, और अर्चना तिवारी मिसिंग मामला मप्र में काफी चर्चित हो गया था,, इसी बीच पुलिस जांच में इंदौर में अर्चना के एक मित्र सारांश के बारे में पुलिस की जानकारी मिली,, शुजालपुर का रहने वाला सारांश इंदौर में ड्रोन का स्टार्टअप शुरू कर रहा था,, अर्चना और सारांश की मुलाकात भी कुछ माह पहले हुई थी,, सारांश से पूछताछ के बाद आगे कड़ियां जुड़ने लगी और अर्चना तिवारी की आखिर उप्र से सही सलामत बरामदगी हुई,, इस पूरे मामले में अर्चना और अन्य से पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि अर्चना के परिजन उसकी शादी किसी से करना चाहते थे,, जबकि अर्चना इसके लिए तैयार नहीं थी,, ऐसे में अर्चना ने घर से दूर भागने और पहचान बदलकर नई जिंदगी शुरू करने का प्लान बनाया,, इसमें उसने अपने मित्र सारांश के साथ मिलकर योजना के तहत एक अन्य इटारसी के रहने वाले तेजेन्द्र को शामिल किया,, तेजेन्द्र सारांश का दोस्त था, और ड्राइवरी का काम करता है,, योजना के मुताबिक अर्चना ने ट्रेन में कपड़े बदलकर इटारसी के आउटर में ट्रेन से उतरकर सीसीटीवी से बचते हुए सारांश के साथ सड़क मार्ग से बुरहानपुर होते हुए हैदराबाद पहुंचे, हैदराबाद से सारांश के साथ शुजालपुर पहुंचे,, इस बीच मामला मीडिया की सुर्खियों में था,, पकड़े जाने के डर से अर्चना और सारांश जोधपुर होते हुए नेपाल काठमांडू पहुंचे,, चूंकि काठमांडू में सारांश के ड्रोन के बिजनेश के क्लाइंट थे,, लिहाजा सारांश ने अर्चना को काठमांडू छोड़कर इंदौर वापस आ गया,, इस बीच इनकी इटारसी में मदद करने वाले तेजेन्द्र को दिल्ली पुलिस ने चोरी के एक मामले गिरफ्तारी कर ली,, पुलिस को जब तेजेन्द्र के बारे में पता चला तब उससे पूछताछ की गई,, फिर सारांश को पकड़ा,, सारांश से पूछताछ के बाद अर्चना को भारत वापस बुलवाया गया,, और कल शाम को उप्र पुलिस के सहयोग से अर्चना तिवारी को लखीमपुर खीरी से बरामद करके आज भोपाल लाया गया,,
राहुल लोढ़ा, एसपी रेल, भोपाल का कहना हैं
पूरे मामले पर पुलिस का कहना हे कि, इसमें लापता की रिपोर्ट थी, जिसमे युवती को बरामद किया जा चुका है, और अब कानूनी औपचारिकताएं पूरी करके परिजनों को सौंप देंगे,, इस मामले में चूंकि युवती बालिग है, और अब तक की जांच में कोई भी अपराधिक मामला नहीं बनता है,, मगर इसके बाद भी हम कानूनी राय ले रहे हैं,, साथ ही इस मामले के अन्य पहलुओं पर जांच कर रहे हैं,, आगे जांच में जैसे तथ्य आयेंगे कार्यवाही होगी,, अर्चना तिवारी मिसिंग केस में कई सवालों के जवाब अभी सामने आना शेष है,, जिसमे इस पूरी कहानी में सारांश और अपराधी किस्म के तेजेन्द्र की जांच अभी बाकी हैं,, साथ ही क्या सिर्फ परिजनों की मर्जी से शादी नहीं करने के कारण अर्चना ने इतना बड़ी योजना बनाई,, इस मामले की विस्तृत जांच में कई खुलासे होने की संभावना है,,